भालेराव के सुसंस्कृत जोक्स : ५७
सुबद्धस्य अपि भारस्य पूर्वबंध: श्लथायते |
( अर्थात : अर्जुन ने जब सुभद्रा से शादी की तब द्रौपदी अर्जुन को सवाल करते हुये कहती है : अच्छी पक्की बांधी हुई गठडी को दूसरी रस्सी से और बांधोगे तो पहली रस्सी ढिली पडही जाती है . आपने यह दुसरी शादी करने के बाद मेरे उपर का आप का प्रेम कम ही हुआ है. ).
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